Guru Bhakti
गुरु गुरु गुरु गुरु बोल मन रे। गुरु ने दिया है ज्ञान अनमोल रे। कर्ज गुरु...
मन मौला जाने गुजर गये गुजरान । टेक कोइ दिन रूखा फीका राँधा कोइ दिन दूध...
मन तू थकत थकत थकि जाई । बिन थाके तेरो काज न सरिहै फिर पाछे पछिताई...
साडे तां वेड़े जंज नानक दी आई ऐ असाँ तां सुणया मुंडा रूप इलाही ऐ मुख...
मेरे सदगुरु दई बताय दलाली लालन की।। लाल पड़ा मैदान में कीच रहा लपटाय। निगुरेनिगुरे लख...
तेरा नामु रूड़ो रूपु रूड़ो अति रंग रूड़ो मेरो रामईआ।। मारवाड़ि जैसे नीरू बालहा बेलि बालहा...
गुरु मेरी पूजा गुरु गोबिंदु।। गुरु मेरा पारब्रहमु गुरु भगवंतु।। गुरु मेरा देउ अलख अभेउ।। सरब...
कलि तारणि गुरु नानक आइआ।। सुणी पुकारि दातार प्रभु गुरु नानक जग माहि पठाइआ। चरन धोइ...
हिरदै नामु वसाइहु।। घरि बैठे गुरु धिआइहु।। गुरि पूरै सचु कहिआ।। सो सुखु साचा लहिआ।। अपुना...
जा दिन मन पंछी उड़ि जैहैं। ता दिन तेरे तन तरुवर के सबै पात झरि जैहैं।...